पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी का मानना है कि एमएस धोनी को IPL 2023 में चेन्नई सुपर किंग्स को खिताब जिताने के बाद ही क्रिकेट को अलविदा कह देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि अब धोनी का प्रभाव कम होता जा रहा है और प्रशंसक भी उनसे थोड़े निराश नजर आ रहे हैं। हालांकि धोनी अब भी CSK की टीम में शामिल हैं, मगर इस बार उनका खेल उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है और टीम भी टूर्नामेंट में संघर्ष करती दिख रही है।

धोनी ने अब तक 4 मैचों में 76 रन बनाए हैं, लेकिन लोग उनके बैटिंग नंबर को लेकर सवाल कर रहे हैं। 5 अप्रैल, शनिवार को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ चेन्नई की लगातार तीसरी हार में धोनी ने 26 गेंदों पर 30 रन बनाए।

क्रिकबज़ से बात करते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि 2023 का फाइनल धोनी के लिए रिटायर होने का सबसे अच्छा समय था। उन्होंने कहा कि अब फैन्स भी धोनी से थोड़ा नाराज़ हो रहे हैं, जो बताता है कि उनका पुराना जादू अब असर नहीं कर रहा।

पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने कहा, “मुझे लगता है कि उनके लिए संन्यास लेने का सही समय 2023 था, जब उन्होंने आईपीएल ट्रॉफी जीती थी। उन्हें तभी संन्यास ले लेना चाहिए था। मुझे कहीं न कहीं ऐसा लगता है कि क्रिकेट से जो नाम, शोहरत और सम्मान उन्होंने कमाया था, पिछले दो सालों में उनके खेल के तरीके की वजह से वो धीरे-धीरे कम हो रहा है।”

मनोज तिवारी ने कहा, “फैन्स अब उन्हें इस हालत में खेलते नहीं देख पा रहे हैं, उनका जादू फीका पड़ रहा है। उन्होंने सालों में जो भरोसा फैन्स के दिलों में, खासकर चेन्नई के फैन्स के बीच बनाया था। पिछले मैच के बाद जिस तरह लोग सड़कों पर आकर उनके खिलाफ बोल रहे थे, इंटरव्यू दे रहे थे, वो साफ इशारा था कि अब चीज़ें पहले जैसी नहीं रहीं।”

तिवारी ने साथ ही टीम के कोच स्टीफन फ्लेमिंग पर भी सवाल उठाया और कहा कि जिस तरह का बयान कोच दे रहें हैं वो बिल्कुल भी टीम के हित में नहीं है। फ्लेमिंग ने कहा था कि धोनी 10 ओवर से ज्यादा नहीं खेल सकते। उनका कहना है कि टीम के लिए सही फैसले नहीं लिए जा रहे हैं। तिवारी ने कहा कि अब किसी को सामने आकर टीम मैनेजमेंट को समझाना चाहिए कि ऐसे एक्सपेरिमेंट बंद करने का वक्त आ गया है।

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