चेन्नई सुपर किंग्स के फैंस को उस समय एक बड़ा झटका लगा जब टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कप्तानी छोड़ी और रुतुराज गायकवाड़ को कप्तान के तौर पर नियुक्त किया। ये गायकवाड़ के लिए भी एक सुनहरा अवसर था क्योंकि 2023 में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम विजेता बनकर आ रही थी और फिर उन्हें धोनी जैसे बड़े खिलाड़ी के नेतृत्व में सीखने को बहुत कुछ मिला, लेकिन शायद गायकवाड़ इस बदलाव को अपना नहीं पाये और टीम प्लेऑफ में जगह बनाने में नाकाम रही।
हालांकि, महाराष्ट्र के बल्लेबाज की कप्तानी की शुरुआत अच्छी नहीं रही, और उनके खुद के प्रदर्शन में भी गिरावट आई। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए भी सफर अच्छा नहीं रहा और टीम टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) से अहम मैच हारकर प्लेऑफ में नहीं पहुंच सकी। इसके बावजूद, टीम प्रबंधन ने कप्तानी के लिए रुतुराज पर भरोसा बनाए रखा और उन्हें आईपीएल 2025 में भी टीम का कप्तान चुना।
जियो हॉटस्टार से बात करते हुए गायकवाड़ ने कहा, “पिछले साल, टूर्नामेंट शुरू होने से एक हफ्ते पहले एमएस धोनी मेरे पास आए और बोले, ‘इस साल मैं कप्तानी नहीं कर रहा—तुम करोगे।’ यह सुनकर मैं हैरान रह गया और पूछा, ‘पहले ही मैच से? क्या आप निश्चित हैं?’ तैयारी के लिए सिर्फ कुछ ही दिन थे, तो यह थोड़ा मुश्किल लग रहा था। लेकिन उन्होंने मुझे भरोसा दिलाया और कहा, ‘यह अब तुम्हारी टीम है। अपने फैसले खुद लो। मैं दखल नहीं दूंगा—सिर्फ तब जब फील्ड प्लेसमेंट 50-50 की स्थिति में होगी। तब भी, मेरी सलाह मानना कोई ज़रूरी नहीं होगा।’ उनका यह भरोसा मेरे लिए बहुत मायने रखता था।”
जब सीएसके ने शेन वॉटसन को भी खरीदा था, वो भी सबके लिए बहुत ही ज्यादा सरप्राइज था। हालांकि धोनी ने उनके ऊपर भरोसा जताया और फिर ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर ने टीम के लिए ओपनिंग करते हुए ढेरों रन बनाये और टीम को फाइनल भी जिताने में अहम भूमिका निभाई। सीएसके में आने से पहले वॉटसन का प्रदर्शन रॉयल चैलेंजर्स की टीम के लिए बेहद ही साधारण था और कोई भी टीम उनको लेने के लिए तैयार नहीं थी।
वॉटसन ने भी खुद को गायकवाड़ से तुलना की और बताया की एमएस धोनी क्यों वर्ल्ड के बेस्ट कप्तान माने जाते हैं।
“मैं थोड़ा हैरान था कि धोनी ने कप्तानी रुतुराज को सौंप दी, क्योंकि उनकी नेतृत्व क्षमता कमाल की है। लेकिन वह यह समझते हैं कि एक बदलाव होना जरूरी है, और यह तभी बेहतर होगा जब वह खुद टीम के साथ रहकर मार्गदर्शन कर सकें। सबसे खास बात यह है कि 42 साल की उम्र में भी एमएस धोनी शानदार पल दे रहे हैं। भले ही अब उनकी भूमिका सीमित हो गई हो, लेकिन टीम और खासकर प्रशंसकों पर उनका प्रभाव अब भी अनमोल है,” वॉटसन ने कहा।