पूर्व भारतीय क्रिकेटर और वर्तमान में एक शानदार कमेंटेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने विराट कोहली की पाकिस्तान के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में शानदार शतक लगाने पर उनकी जमकर सराहना की। दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए इस मैच में कोहली की बेहतरीन पारी की बदौलत भारत ने 6 विकेट से जीत हासिल की। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने लगभग सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।
कोहली ने इस मुकाबले में न सिर्फ अपनी 51वीं वनडे सेंचुरी पूरी की, बल्कि कई बड़े रिकॉर्ड भी अपने नाम किए। उन्होंने 14,000 वनडे रन पूरे करने का कारनामा महज 287 पारियों में कर दिखाया, जिससे उन्होंने सचिन तेंदुलकर का 350 पारियों में इस रिकॉर्ड तक पहुंचने का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इसके साथ ही, वह 14,000 वनडे रन बनाने वाले चुनिंदा बल्लेबाजों की लिस्ट में शामिल हो गए, जिसमें सचिन तेंदुलकर और कुमार संगकारा जैसे महान खिलाड़ी पहले से मौजूद हैं।
हालांकि, इस मैच से पहले कोहली की फॉर्म को लेकर सवाल उठ रहे थे। हाल ही में भारत के घरेलू टेस्ट सीजन, जिसमें बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच खेले गए थे, उसमें उनका प्रदर्शन खास नहीं रहा था। कोहली का खराब फॉर्म 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भी जारी रहा, जहां ऑस्ट्रेलिया में 9 पारियों में वह केवल 190 रन बना सके। इस दौरान उनके बल्ले से सबसे बड़ी पारी पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में आई, जहां उन्होंने 100 रन बनाए।
इस जबरदस्त शतक के जरिए कोहली ने अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया और दिखाया कि वह अभी भी भारतीय टीम के लिए कितने अहम हैं।
टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए नवजोत सिंह सिद्दू ने कहा, “चरित्र संकट में नहीं बनता, बल्कि प्रकट होता है। यह आदमी (विराट कोहली) प्रतिभा और जुनून से भरा हुआ है। और इस शतक के बाद, मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूँ कि यह खिलाड़ी अगले 2 से 3 साल और खेलेगा और 10 से 15 और शतक लगाएगा। यह मेरी गारंटी है।
”पूर्व ओपनर ने आगे बात करते हुए कहा, “क्योंकि, देखिए, किसी के लिए भी सबसे बड़ी कसौटी यही होती है कि वह विपरीत परिस्थितियों से कैसे गुजरता है, वह उन कठिनाइयों को कैसे अपनाता है। पिछले छह महीनों में बहुत कुछ चल रहा था, लेकिन उसने सही समय चुना। जब उसने पाकिस्तान के खिलाफ रन बनाए, तो लोग इसे अगले 10 साल तक नहीं भूलेंगे।”
सिद्दू के साथ ही पैनल में बैठे भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय बांगर ने भी कोहली की प्रशंसा और खेल के प्रति उनके जूनून को सलाम किया।
“मुझे लगता है कि यह मेरे काम से ज्यादा उसकी मेहनत और खेल के प्रति उसकी समर्पण भावना का नतीजा है। क्योंकि वह ऐसा खिलाड़ी है जो तैयारी के मामले में कोई कसर नहीं छोड़ता। उसे पता था कि उसे आगे बढ़कर जिम्मेदारी लेनी होगी। उसने अपने खेल में वही जोश दिखाया, जिसे उसकी बॉडी लैंग्वेज में साफ देखा जा सकता था,” बांगर ने कहा।