भारतीय क्रिकेट में एक युग का अंत तब देखने को मिला जब 7 मई को कप्तान और सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उनके इस फैसले से क्रिकेट जगत अभी उबर भी नहीं पाया था कि 5 दिन बाद ही ‘किंग कोहली’ यानी विराट कोहली ने भी टेस्ट फॉर्मेट को अलविदा कहकर फैंस को एक और झटका दे दिया।
कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और टीम इंडिया के सबसे सफल टेस्ट कप्तान के रूप में अपनी छाप छोड़ी। लेकिन उनके संन्यास ने कई सवाल भी खड़े कर दिए, जिनमें से सबसे बड़ा सवाल यह है क्या BCCI ने विराट की वापसी की योजना बनाई थी?
BCCI फिर से देना चाहता था कमान
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, विराट कोहली के संन्यास के पीछे की कहानी काफी गहरी है। बताया जा रहा कि BCCI ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान विराट को दोबारा कप्तानी देने का संकेत दिया था। एक करीबी सूत्र ने दावा किया कि एडिलेड टेस्ट के बाद विराट को यह महसूस हुआ कि वह फिर से टेस्ट कप्तान बन सकते हैं।
भारत और ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट सीरीज़ उस समय 1-1 से बराबर थी, लेकिन एडिलेड टेस्ट में भारत को 10 विकेट से हार मिली। इसके बाद हालात तेजी से बदले और भारत ने सीरीज 1-3 से गंवा दी। इसी के बाद विराट की कप्तानी को लेकर चल रही चर्चाओं पर विराम लग गया।
रणजी खेलने उतरे थे विराट
विराट कोहली ने कप्तानी की संभावित वापसी को लेकर गंभीरता दिखाई थी और इसी उद्देश्य से उन्होंने रणजी ट्रॉफी में दिल्ली की ओर से खेला। लेकिन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की हार से समीकरण बदल दिए। BCCI ने आखिरी मौके पर यू-टर्न ले लिया और विराट की वापसी की योजना ठंडे बस्ते में चली गई।
विराट कोहली अब टेस्ट और टी-20 क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। वह अब केवल वनडे फॉर्मेट में भारत के लिए खेलते नजर आएंगे। वह IPL 2025 में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। 17 मई को उनका मुकाबला कोलकाता नाइट राइडर्स से है। विराट अभी तक 11 मैचों में 505 रन बना चुके हैं, केवल 6 रन बनाते ही ऑरेंज कैप अपने नाम कर लेंगे।