भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास लेकर पूरे क्रिकेट जगत को चौंका दिया। 12 मई को अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए 36 वर्षीय कोहली ने जब क्रिकेट के सबसे प्रतिष्ठित फॉर्मेट को अलविदा कहा, तो उनके फैंस के साथ-साथ कई एक्सपर्ट्स भी सकते में आ गए। विराट के रिटायरमेंट को लेकर जो खुलासे हो रहे हैं, वे और भी हैरान करने वाले हैं।
BCCI ने नहीं की थी रिक्वेस्ट
दैनिक जागरण की एक ताजा रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि कोहली के रिटायरमेंट के पीछे सिर्फ उनकी मर्जी नहीं, बल्कि बोर्ड का मनमाना रवैया जिम्मेदार रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, BCCI ने विराट को यह संकेत दे दिया था कि मौजूदा टेस्ट टीम में उनके लिए कोई जगह नहीं बन रही है। सूत्रों के हवाले से कहा गया कि बोर्ड ने कोहली से रिटायरमेंट ना लेने की कोई अपील नहीं की, बल्कि उन्हें साफ तौर पर बता दिया गया कि उनका चयन अब तय नहीं है।
मीटिंग में हुआ था फैसला?
7 मई को मुंबई में हुई एक अहम मीटिंग में BCCI और टीम मैनेजमेंट ने रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों को यह संदेश दे दिया था कि वे टेस्ट टीम की भविष्य की योजनाओं में फिट नहीं बैठते। सूत्रों के अनुसार, “BCCI किसी खिलाड़ी से रिक्वेस्ट नहीं करता। फैसला पूरी तरह खिलाड़ी का होता है।” हालांकि, कोहली को उनके अंतिम फैसले का समय दिया गया था।
फॉर्म पर उठ रहे थे सवाल
विराट कोहली का हालिया टेस्ट प्रदर्शन भी चिंता का विषय रहा है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्होंने 5 टेस्ट मैचों में केवल 190 रन बनाए थे, इस दौरान उनका औसत 23 का रहा था। इसके अलावा, न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज की 6 पारियों में वह सिर्फ 93 रन ही जोड़ सके थे।
हालांकि, सोशल मीडिया पर फैंस कोहली के इस फैसले से बेहद निराश नजर आ रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि एक लीजेंड को इस तरह अलविदा कहने पर मजबूर करना भारतीय क्रिकेट के लिए शर्मनाक है।